Why transmission voltage 11kv,33kv,66kv in Hindi? ट्रांसमिशन वोल्टेज 11kv, 33kv, 66kv क्यों होती है ?


क्यों Transmission line में 11KV OR 33KV, 66KV में होती है, 10KV, 20KV, or 30KV में नहीं ?


कई लोग Form Factor को इसका कारण बताते हैं। फॉर्म फैक्टर को RMS value के रूप में परिभाषित एसी वोल्टेज के average value के रूप में परिभाषित किया जाता है। 


      Form factor = V rms value / Voltage average 

चुकी ट्रांसमिशन लाइन में एक करंट होता है। जो की साइनोसोडल रूप में होता है। इसलिए  इसका फ्रॉम फैक्टर का मान 1.11 होता है 

इस प्रकार
           Voltage average = V rms value/Form factor

अब इसे हम ट्रांसमिशन लाइन वोल्टेज पर रख कर चेक करते है। 

10KV10 x 1.11 = 11.1 केवी के लिए (ठीक है! यह लगभग सही है)

20KV20 x 1.11 = 22.2 केवी के लिए (ठीक है! लगभग 22 केवी)
60KV60 x 1.11 = 66.6 केवी के लिए (त्रुटि! यह 66kV है)


और
120 x 1.11 = 133.2kV ​​(+ 1.2kV के बारे में एक बड़ी त्रुटि क्योंकि यह 132KV उपयोग के रूप में है)
ऐसे परिणाम से अगर  निष्कर्ष निकलने का  यह गणना का सबसे खराब तरीका है जो आपके पास हो सकता है।

इसलिए हम आज आपको बताएंगे ट्रांसमिशन लाइन में, नेट वोल्टेज से 10% अधिक रहता है।  जिससे ट्रांसमिशन में होने  लॉस (नुकसान) की भरपाई हो सके। 
बिजली बनाने वाली कंपनियां 10kV, 20kV, 60kV, 120kV आदि जैसे राउंड फिगर वोल्टेज उत्पन्न करती हैं। 

लेकिन इस विशाल वोल्टेज को बड़ी दूरी पर ट्रांसमिट  करने की आवश्यकता है। ओवरहेड लाइन जिसके माध्यम से बिजली ट्रांसमिट  की जाती है। इसमें अपनी प्रतिबाधा होता है।  जिससे वोल्टेज ड्रॉप काफी मात्रा में होता है।

एक बार फिर हम देखते है,
Net Voltage = Target Voltage + 10% of Target Voltage
→ 132kV = 120kV + 12kV (10% of 120kV)
→ 66kV = 60kV + 6kV
→ 11kV = 10kV + 1kV
 अब जो हमे आकड़े मिले वो सही है। 

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